खोज
हिन्दी
 

दिव्य जीवन' से चयन श्री औरोबिंदो (शाकाहारी)  द्वारा: वास्तविकता सर्वव्यापी, 2 भाग का भाग 2

विवरण
और पढो
"अगर यह सच हो कि अकेले आत्मा का अस्तित्व है, तो यह भी सत्य होना चाहिए कि आत्मा ही सबकुछ है।"