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अंश ' पांच यात्रियों के बीच बातचीत जीवन की सच्ची खुशी के बारे में' हरयहोरी सकोवोरोडा (शाकाहारी)  द्वारा

विवरण
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“ज्ञान चील की तेज और दूर तक देखने वाली आँखों की तरह है, और सद्गुण हिरण के फुर्तीले पैरों से जुड़े मर्दानी भुजाओं की तरह है। इस दिव्य मिलन को आने वाली कथा में स्पष्ट रुप से दर्शाया गया है।”